अब प्रदेश में हर दिन 39 हजार टेस्ट, टारगेट जांच में RTPCR 70%, रैपिड एंटीजन 30% करने के आदेश
ग्वालियर
देश में मप्र अब 8 वां राज्य है जहां कोरोना संक्रमण की स्थिति विस्फोटक हो चुकी है। संक्रमण की दर 11 प्रतिशत हो गई है। सिर्फ संक्रमित ही नहीं बल्कि मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। कोरोना की इसी रफ्तार को थामने के लिए अब प्रदेश में हर दिन 39 हजार टेस्ट किए जाएगें। हर जिले में टेस्ट करने का अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस तय टारगेट के तहत होने वाली कुल जांच में से 70 प्रतिशत आरटीपीसीआर मैथड से होगी। जबकि शेष 30 प्रतिशत जांच रेपिड एंटीजन के जरिए होगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के अनुमोदन पर अपर संचालक आईडीएसपी डॉ.वीणा सिन्हा ने प्रदेश के सभी कलेक्टर और सीएमएचओ को ये आदेश जारी किए है।
कहां कितनी जांचे
- जिला प्रतिदिन जांच का लक्ष्य
- इंदौर 6500(4550 आरटीपीसीआर, 1950 रेपिड एंटीजन)
- भोपाल 4500(3150 आरटीपीसीआर, 1350 रेपिड एंटीजन)
- जबलपुर 2000(1400 आरटीपीसीआर, 600 रेपिड एंटीजन)
- ग्वालियर 1500(1050 आरटीपीसीआर, 450 रेपिड एंटीजन)
- उज्जैन 1000(700 आरटीपीसीआर, 300 रेपिड एंटीजन)
फिर ब्लैक में मिल रहा रेमडेसिविर इंजेक्शन
भोपाल और इंदौर के साथ-साथ ग्वालियर में भी स्थिति अब चिंताजनक हो चुकी है। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के मामलों के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की खपत भी अचानक बढ़ गई है। मरीजों द्वारा ब्लैक में यह इंजेक्शन खरीदने की शिकायतें भी अब सामने आ रहीं है।